रसायन विज्ञान,परमाणु कक्षा,उप कक्षा,ऑर्बिटल, कोर इलेक्ट्रॉन, संयोजी इलेक्ट्रॉन,क्वांटम संख्या,समस्थानिक, समभारिकपाऊली का अपवर्जन नियम,हुण्ड का अधिकतम बहुलता का नियम,हाइजेनवर्ग का अनिश्चितता सिद्धान्त,ऑफबाऊ नियम Chemistry,Orbit,atomSub-orbit, AtomicOrbital,Core Electron,Valence Electron,Quantum Number,Isotopes,Isobar,Pauli's exclusion principle,Hund's rule of maximum multiplicity,Heisenberg's uncertainity principle,Aufbau principle
परमाणु कक्षा (Orbit):-
किसी परमाणु के अंदर उपस्थित ऊर्जा के निश्चित मान वाला स्तर जहां पर इलेक्ट्रॉन विद्यमान रहता है तथा जहां रहकर वह नाभिक के चारों ओर चक्कर लगाता है परमाणु कक्षा कहलाता है। ये कक्षाएं (K,L,M,N,) आदि से व्यक्त की जाती है।
उप कक्षा (Sub-orbit):-
किसी परमाणु कक्षा में ऊर्जा स्तर के अंदर ऊर्जा के उप स्तर पाये जाते हैं, जिन्हें s,p,d,f द्वारा व्यक्त किया जाता हैं।
ऑर्बिटल (Orbital):-
नाभिक के चारों ओर इलेक्ट्रॉन के पाये जाने की अधिकतम संभावना वाला स्थान ऑर्विटल कहलाता है।
कोर-इलेक्ट्रॉन (Core Electron):-
किसी परमाणु के भीतरी कक्षा में मौजूद इलेक्ट्रॉन कोर-इलेक्ट्रॉन कहलाते हैं।
संयोजी इलेक्ट्रॉन (Valence Electron):-
किसी परमाणु के बाहरी कक्षा में विद्यमान इलेक्ट्रॉन संयोजी इलेक्ट्रॉन कहलाते हैं।
क्वांटम संख्या (Quantum Number):-
क्वांटम संख्याओं द्वारा स्पेक्ट्रम रेखाओं की सूक्ष्म प्रकृति एवं इलेक्ट्रॉन की सही स्थिति व्यक्त की जाती है। क्वांटम संख्याएं 4 हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स विन्यास में विभिन्न कक्षकों का बढ़ता ऊर्जा क्रम
1s- 2s- 2p- 3s-3p-4s-3d-4p-5s -4d-5p-6s-4f-5d-6p-7s
समस्थानिक (Isotopes):-
समान परमाणु क्रमांक परन्तु भिन्न द्रव्यमानों के परमाणुओं को समस्थानिक कहते है। समस्थानिकों में प्रोट्रॉनों की संख्या समान होती है, किन्तु न्यूट्रॉन की संख्या भिन्न होती है। जैसे H1, H2 तथा H - समस्थानिक हैं।
समभारिक (Isobar):-
भिन्न-भिन्न परमाणु संख्या लेकिन समान द्रव्यमान संख्या वाले तत्व, समभारिक कहलाते है। इनमें नाभिक में प्रोट्रॉन एवं न्यूट्रॉन दोनों की संख्या भिन्न-भिन्न होती है।
परंतु दोनों का योग समान होता है। जैसे आर्गन (18Ar40). - पोटैशियम (19K40) और कैल्शियम (20 Ca40) समभारिक हैं।
पाऊली का अपवर्जन नियम (Pauli's exclusion principle):-
इसके अनुसार एक दिए गए परमाणु में किन्हीं दो इलेक्ट्रॉनों के लिए चारों क्वाण्टम संख्याओं का मान समान नहीं हो सकता। अतः यदि दो इलेक्ट्रॉनों के,n,l और mके मान एक ही हो, तो उनका चक्रण विपरीत होगा।
हुण्ड का अधिकतम बहुलता का नियम (Hund's rule of maximum multiplicity):-
इसके अनुसार इलेक्ट्रान तब तक युग्मित नहीं होते जब तक कि रिक्त कक्षक प्राप्य (available) हैं अर्थात् जब तक संभव है, इलेक्ट्रॉन अयुग्मित रहते हैं।
हाइजेनवर्ग का अनिश्चितता सिद्धान्त (Heisenberg's uncertainity principle)-
इसके अनुसार किसी कण की स्थिति और वेग का एक साथ यथार्थ (exact) निर्धारण असंभव है।
ऑफबाऊ नियम (Aufbau principle):-
इस नियम द्वारा तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखने के लिए विभिन्न परमाणु कक्षकों की ऊर्जा बढ़ने का क्रम इस प्रकार है-
1s -2s- 2p- 3s-3p-4s-3d-4p-5s →4d-5p-6s-4f-5d-6p-7s
Conclusion - इसलेख में हम परमाणु कक्षा, उप कक्षा, ऑर्बिटल, कोर इलेक्ट्रॉन, संयोजी इलेक्ट्रॉन, क्वांटम संख्या, समस्थनिक, संभारिक, पाउली का उपवर्जन नियम, हुंड का अधिकतम बहुलता का नियम, हाईजेनवर्ग का अनिश्चितता सिद्धांत एवम् अफबाऊ का नियम के बारे मै जानेंगे।
FAQ
Question 1-परमाणु कक्षा क्या है?
Answer- परमाणु के अंदर विद्यमान भिन्न ऊर्जा सत्र जिसमें इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारो और चक्कर लगाता है।
Question 2-उप कक्षा एवम् ऑर्बिटल क्या है?
Answer- परमाणु मै पाए जाने वाले ऊर्जा के उप सत्र उप कक्षा है एवम् परमाणु के अंदर अधिकतम इलेक्ट्रॉन के पाए जाने के स्थान को ऑर्बिटल कहा जाता है।
Question 3- समस्थानिक एवम् समभारिक क्या है
Answer- समान परमाणु संख्या पर भिन्न द्रव्यमान संख्या के परमाणु को समस्थानिक कहते है। भिन्न परमाणु संख्या पर समान द्रव्यमान संख्या के परमाणु को समभारिक कहते है।
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